क्या अरुण गोविल ने दलित के घर खाना नहीं खाया: विपक्ष बोला- यह दलितों का अपमान, भाजपा को पिछड़ों से इतनी नफरत क्यों; जानिए वायरल VIDEO का सच

3 मिनट पहले

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मेरठ से भाजपा प्रत्याशी अभिनेता अरुण गोविल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि अरुण गोविल अपने साथियों के साथ जमीन पर बैठे हुए हैं और उनके सामने खाने की थाली रखी हुई है। अरुण गोविल ने खाने की थाली को हाथ जोड़कर प्रणाम किया लेकिन खाना नहीं खाया।

  • वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि अरुण गोविल ने इसलिए खाना नहीं खाया क्योंकि वह दलित का घर था। इस वीडियो को X पर कई यूजर्स ने शेयर किया।
  • UP कांग्रेस ने वीडियो शेयर कर लिखा- मेरठ जनपद से BJ Party के लोकसभा प्रत्याशी अरुण गोविल जी वाल्मीकि कार्यकर्ता के घर ‘भोजन दर्शन’ करने पहुंचे। भगवान श्री राम ने त्रेता युग में शबरी के झूठे बेर खाए थे और यह 2024 में दलित के घर का भोजन नहीं खा पा रहे।

UP कांग्रेस के शेयर किए गए वीडियो को अब तक 2 लाख 90 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं। 3 हजार से ज्यादा लोग लाइक और 1 हजार से ज्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं।

कांग्रेस नेता ऋतु चौधरी ने भी इस वीडियो को शेयर किया। उन्होंने लिखा- प्रभु श्रीराम ने तो सबरी के झूठे बैर खाए थे, लेकिन भाजपा के उम्मीदवार, अरुण गोविल जब एक दलित समाज के व्यक्ति के घर पहुंचे तो खाना नहीं खा कर उनका अपमान कर दिया। भाजपा को दलितों से इतनी नफरत क्यों है।

ऋतु चौधरी के पोस्ट को 17 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं और 1 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं।

सपा नेता लालजी वर्मा ने भी BJP पर निशाना साधते हुए वीडियो को इसी दावे के साथ शेयर किया है। उन्होंने लिखा- भगवान राम ने तो शबरी के झूठे बेर खा लिए थे, लेकिन लोकसभा मेरठ से बीजेपी के प्रत्याशी अरुण गोविल जी से दलित के हाथ का बना खाना नहीं खाया जा रहा है। सोचिए जो दलितों पिछड़ों के बने हाथ का खाना नहीं खा पा रहे है, वह दलितों पिछड़ों के अधिकारों की रक्षा क्या खाक करेंगे। इस PDA जुड़ेगा इंडिया जीतेगा।

लालजी वर्मा के पोस्ट को 50 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं और 1 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं।

इसी दावे के साथ यह वीडियो फेसबुक पर भी जमकर शेयर की जा रही है।

फेसबुक पर शेयर किए जा रहे वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट।

फेसबुक पर शेयर किए जा रहे वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट।

वायरल वीडियो का सच…

वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने इससे जुड़े की-वर्ड्स सर्च किए। सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो क्लिप का पूरा वीडियो अरुण गोविल के ऑफिशियल X अकाउंट पर मिला।

1 मिनट 05 सेकेंड का यह वीडियो अरुण गोविल के ऑफिशियल X अकाउंट से 13 अप्रैल को शेयर किया गया था। इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है- मेरठ के भगवतपुरा में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ बूथ अध्यक्ष श्रीमती नीतू जाटव जी के आवास पर भोजन तथा पार्षद श्री अरुण मचल वाल्मीकि जी के आवास पर चाय पर चर्चा कार्यक्रम हुआ।

ध्यान देने वाली बात यह है कि इस वीडियो के 4 सेकेंड पर अरुण गोविल को खाना खाते हुए साफतौर पर देखा जा सकता है।

अरुण गोविल के अकाउंट से शेयर हुए वीडियो का स्क्रीनशॉट।

अरुण गोविल के अकाउंट से शेयर हुए वीडियो का स्क्रीनशॉट।

पड़ताल के दौरान हमें इस मामले से जुड़ा एक वीडियो ABP न्यूज के यूट्यूब चैनल पर मिला।

ABP न्यूज के संवाददाता ने अरुण गोविल से पूछा कि जैसे प्रभु राम शबरी की कुटिया में बेर खाने गए थे, आप दलित बस्ती में आए हैं, लोग आपको देख कर बहुत उत्साहित हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा- मैं यहां आया हूं, यहां के लोगों ने मेरा स्वागत किया। मैंने इन लोगों के साथ बैठकर खाना खाया क्योंकि इन्होंने मुझे खाना खिलाया, इन्होंने मुझे चाय पिलाई, मैंने चाय पी।

साफ है कि सोशल मीडिया पर अरुण गोविल के आधे-अधूरे वीडियो को गलत और भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। अरुण गोविल 13 अप्रैल को मेरठ के भगवतपुरा पहुंचे थे और उन्होंने बूथ अध्यक्ष नीतू जाटव के घर खाना खाया था।

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