जम्मू-कश्मीर में सेना का ऑपरेशन सर्वशक्ति: राजौरी-पुंछ सेक्टर में आतंकवाद बढ़ाने के पाकिस्तानी मंसूबों नाकाम करेंगे

  • Hindi News
  • National
  • Indian Army Launching ‘Operation Sarvashakti’ To Counter Pakistan’s Attempts To Revive Terrorism In J K

श्रीनगर27 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन सर्वशक्ति की शुरुआत की है। इसमें भारतीय सेना पीर पांजाल माउंटेन रेंज के दोनों किनारों पर  आतंकियों का खात्मा करेगी। - Dainik Bhaskar

भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन सर्वशक्ति की शुरुआत की है। इसमें भारतीय सेना पीर पांजाल माउंटेन रेंज के दोनों किनारों पर आतंकियों का खात्मा करेगी।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों बढ़ाने के पाकिस्तान के मंसूबों को विफल करने के मकसद से भारतीय सेना ने ऑपरेशन सर्वशक्ति की शुरुआत की है। इसमें भारतीय सेना पीर पांजाल माउंटेन रेंज के दोनों साइड सक्रिय आतंकियों का खात्मा करेगी।

हाल ही के दिनों में पाकिस्तान के प्रॉक्सी आतंकी ग्रुप्स ने पीर पांजाल रेंज के दक्षिण में विशेष रूप से राजौरी-पुंछ सेक्टर में आतंकवाद को फिर से जिंदा करने की कोशिश की है। आतंकी हमलों में करीब 20 भारतीय सैनिकों की जान गई है। 21 दिसंबर को डेरा की गली इलाके में 4 जवान शहीद हुए थे।

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने पिछले दिनों उत्तरी कमान के कमांडरों से मुलाकात की थी।

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने पिछले दिनों उत्तरी कमान के कमांडरों से मुलाकात की थी।

खुफिया तंत्र मजबूत कर रहे
जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप और खुफिया एजेंसियां आपसी समन्वय में काम करेंगी। क्षेत्र में खुफिया तंत्र को भी मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। खासकर राजौरी पुंछ सेक्टर में आतंकवादी गतिविधियों को पुनर्जीवित करने के पाकिस्तानी मंसूबों को विफल किया जाएगा। राजौरी-पुंछ सेक्टर में और अधिक सैनिकों को भेजा जा रहा है।

ऑपरेशन सर्पविनाश की तर्ज पर होगा
ये ऑपरेशन सर्पविनाश की तर्ज पर होने की उम्मीद है। ऑपरेशन सर्पविनाश 2003 में आतंकवादी गतिविधियों को खत्म करने के लिए शुरू किया गया था। इस दौरान क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियां लगभग खत्म हो गई थीं। पिछले दिनों सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने उत्तरी कमान के साथ कोर कमांडरों के साथ आतंकी खतरे से निपटने के तरीकों पर बातचीत की थी।सुरक्षा बलों ने एजेंसी को बताया ऑपरेशन सर्वशर्वक्ति पीर पंजाल माउंटेन रेंज के दोनों सिरों से होगा।
ऑपरेशन सर्वशक्ति उधमपुर में सेना हेडक्वार्टर और सेना की उत्तरी कमान की कड़ी निगरानी में शुरू किया जा रहा है।

अमित शाह से बैठक के बाद बनाया प्लान
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह,राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल,सेना, खुफिया एजेंसियों की एक सुरक्षा बैठक के तुरंत बाद ऑपरेशन की योजना बनाई गई थी। उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने आतंकियों के खिलाफ एक्शन के लिए जम्मू और कश्मीर में सेना के टॉप ऑफिसर्स के साथ बैठक की थी।

दिसंबर में जम्मू-कश्मीर में 4 जवान शहीद, 3 घायल
जम्मू-कश्मीर के राजौरी में 21 दिसंबर को आतंकियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला कर दिया। इसमें 4 जवान शहीद हो गए, जबकि 3 जवान घायल हैं। यह हमला थानामंडी-सुरनकोट रोड पर डेरा की गली (DKG) नाम के इलाके में हुआ है। ये वाहन जवानों को लेकर सुरनकोट और बफलियाज जा रहे थे।

हमला थानामंडी-सुरनकोट रोड पर डेरा की गली (डीकेजी) नाम के इलाके में हुआ है। यहां बड़ी संख्या में सुरक्षाबल मौजूद हैं।

हमला थानामंडी-सुरनकोट रोड पर डेरा की गली (डीकेजी) नाम के इलाके में हुआ है। यहां बड़ी संख्या में सुरक्षाबल मौजूद हैं।

इंटेलिजेंस के मुताबिक, 250-300 आतंकी भारत में घुसपैठ को तैयार
16 दिसंबर को BSF के एक सीनियर अफसर ने इंटेलिजेंस के हवाले से जानकारी दी थी कि पाकिस्तान सीमा में 250 से 300 आतंकी लॉन्चपैड पर हैं। ये जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की फिराक में हैं। अफसर ने बताया कि सुरक्षाबलों को अलर्ट कर दिया गया है। सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी जाएगी।

बीएसएफ के आईजी अशोक यादव ने पुलवामा में बताया कि आतंकी गतिविधियों को देखते हुए हम (बीएसएफ) और सेना संवेदनशील इलाकों पर नजर रखे हुए हैं और सतर्क हैं। पिछले कुछ सालों में सुरक्षाबलों और कश्मीर के लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ा है। अगर लोग हमारा सहयोग करें तो हम विकास के कामों को बेहतर तरीके से आगे बढ़ा सकते हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…

पाकिस्तान सीमा पर कड़ी सुरक्षा के बावजूद आतंकियों की घुसपैठ रोकना सिक्योरिटी फोर्सेस के लिए बड़ी चुनौती है।

पाकिस्तान सीमा पर कड़ी सुरक्षा के बावजूद आतंकियों की घुसपैठ रोकना सिक्योरिटी फोर्सेस के लिए बड़ी चुनौती है।

जम्मू-कश्मीर में पिछली 6 आतंकी वारदातें…

पहला: 22 नवंबर को राजौरी में हुए हमले में 5 जवान शहीद हुए थे
जम्मू के राजौरी इलाके में 22 नवंबर को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हुए थे। ये मुठभेड़ 34 घंटे चली थी, जिसमें सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था। डिफेंस PRO ने बताया था कि मारे गए एक आतंकी का नाम कारी है। वह पाकिस्तानी नागरिक था। उसे पाक और अफगान मोर्चे पर ट्रेंड किया गया था। पूरी खबर यहां पढ़ें…

दूसरा: 17 नवंबर को 2 एनकाउंटर, 6 आतंकी मारे गए
17 नवंबर को राजौरी और कुलगाम में दो अलग-अलग एनकाउंटर में 6 आतंकवादी मारे गए थे। पहला एनकाउंटर 16 नवंबर को कुलगाम में शुरू हुआ जो 17 नवंबर तक चला। इसमें 5 आतंकी मारे गए थे। ये सभी हाल ही में हुए टारगेट किलिंग में शामिल थे। दूसरा एनकाउंटर राजौरी में हुआ, जिसमें 1 आतंकी मारा गया था। पूरी खबर पढ़ें…

तीसरा: अक्टूबर में पुलिस इंस्पेक्टर को गोली मारकर हत्या
श्रीनगर में अक्टूबर ईदगाह इलाके में एक आतंकी ने पुलिस इंस्पेक्टर को तीन गोलियां मारी थीं। गोलियां उनके पेट, गर्दन और आंख में लगी थीं। इंस्पेक्टर की पहचान मसरूर अली वानी के रूप में हुई थी। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन TRF ने ली है। हमला उस समय हुआ, जब मसरूर वानी स्थानीय लड़कों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे।

चौथा: सितंबर में 3 अफसर, 2 जवान शहीद हुए थे
जम्मू-कश्मीर में 13 सितंबर को आतंकियों के साथ दो मुठभेड़ में 3 अफसर और दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद अफसरों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक DSP शामिल थे। आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर सर्च ऑपरेशन के दौरान हमला किया था। इस दौरान दो आतंकी भी मारे गए। यहां सर्चिंग के दौरान सेना के डॉग की भी मौत हो गई थी।

पांचवां: 9 अगस्त को पकड़े गए थे 6 आतंकी
सुरक्षाबलों ने 15 अगस्त से पहले 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। पहला मामला 9 अगस्त की रात का है, जहां कोकेरनाग के एथलान गडोले में तीन आतंकी पकड़े गए। मुठभेड़ के दौरान सेना के जवान समेत 3 लोग घायल हुए। दूसरा मामला उरी का है, जहां सुरक्षाकर्मियों ने लश्कर के 3 आतंकी पकड़े। पूरी खबर पढ़ें…

छठा: 6 अगस्त को तीन आतंकी मारे गए थे
6 अगस्त को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में LoC के पास दो आतंकियों को मार गिराया था। ये आतंकी LoC के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। इसी दिन शाम को भी घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक अन्य आतंकवादी को मार गिराया गया था। पूरी खबर पढ़ें…

यह विजुअल सेना की ओर से जारी किया गया है। इसमें पुंछ में LoC के पास घुसपैठ की कोशिश करते आतंकी दिख रहे हैं।

यह विजुअल सेना की ओर से जारी किया गया है। इसमें पुंछ में LoC के पास घुसपैठ की कोशिश करते आतंकी दिख रहे हैं।

बीते दो साल में राजौरी-पुंछ बेल्ट में हुए बड़े आतंकी हमले

2021: अक्टूबर में तीन बड़े हमले हुए

11 अक्टूबर 2021: पूंछ जिले की सुरनकोट तहसील के चामरेर जंगलों में सेना की आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई। इसमें एक JCO समेत पांच जवान शहीद हुए।

16 अक्टूबर 2021: पूंछ की मेंढार तहसील के भट्‌टा दुरियन इलाके में सेना और इन्हीं आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें एक अन्य JCO समेत चार जवान शहीद हुए।

30 अक्टूबर 2021: राजौरी के नौशेरा सेक्टर में माइन ब्लास्ट में एक लेफ्टिनेंट और एक जवान की जान चली गई।

2022: अगस्त और दिसंबर में दो बड़े हमले

11 अगस्त 2022: राजौरी जिले के दरहल इलाके में परगल आर्मी कैंप पर आतंकियों ने हमला किया। इसमें पांच जवान शहीद हुए जबकि दो फिदायीनों को सेना ने मार गिराया।

18 दिसंबर 2022: राजौरी के अल्फा गेट के बाहर एक आतंकी हमले में दो नागरिक मारे गए।

18 दिसंबर 2022 को आतंकी हमले में मरने वालों के नाम कमल किशोर व सुरिंदर कुमार थे।

18 दिसंबर 2022 को आतंकी हमले में मरने वालों के नाम कमल किशोर व सुरिंदर कुमार थे।

2023: इस साल दस जवान शहीद हुए

1 जनवरी 2023: राजौरी के डांगरी गांव में दो विदेशी आतंकियों की फायरिंग और IED ब्लास्ट में अल्पसंख्यक समुदाय के सात लोग मारे गए थे। इनमें दो नाबालिग थे।

20 अप्रैल 2023: पूंछ जिले की मेंढार तहसील के भट्‌टा दुरियन इलाके में आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया, जिसमें सेना के पांच जवान शहीद हो गए जबकि एक जवान घायल हो गया।

5 मई 2023: राजौरी के कांडी में आतंकियों ने IED ब्लास्ट किया जिसमें पांच आर्मी पैरा कमांडो शहीद हुए और एक मेजर घायल हो गए।

18 जुलाई 2023: पूंछ जिले की सुरनकोट तहसील के सिंधारा टॉप इलाके में सुरक्षाबलों ने चार पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया।

तस्वीर 1 जनवरी 2023 की शाम डांगरी की है, जहां आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी।

तस्वीर 1 जनवरी 2023 की शाम डांगरी की है, जहां आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की थी।

खबरें और भी हैं…