पीएम ने गर्मी को लेकर रिव्यू मीटिंग की: हीटवेव को लेकर तैयारियों का जायजा लिया; IMD ने जून तक अत्यधिक गर्मी की भविष्यवाणी की थी

नई दिल्ली4 मिनट पहले

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पीएम ने ने हीटवेव यानी लू की स्थिति के लिए तैयारियों का जायजा लिया और केंद्र, राज्य और जिला स्तर पर सरकार की सभी संस्थाओं को मिलकर काम करने के लिए कहा। - Dainik Bhaskar

पीएम ने ने हीटवेव यानी लू की स्थिति के लिए तैयारियों का जायजा लिया और केंद्र, राज्य और जिला स्तर पर सरकार की सभी संस्थाओं को मिलकर काम करने के लिए कहा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गर्मी के मौसम को लेकर एक रिव्यू मीटिंग की। इसमें उन्होंने हीटवेव यानी लू की स्थिति के लिए तैयारियों का जायजा लिया और केंद्र, राज्य और जिला स्तर पर सरकार की सभी संस्थाओं को मिलकर काम करने के लिए कहा। बैठक में प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव, गृह सचिव, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अधिकारी, और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण शामिल थे।

आधिकारिक बयान में कहा गया कि पीएम मोदी को इस बैठक में अप्रैल से जून के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की आशंका के बारे में बताया गया। महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में गर्मी की ऐसी स्थिति बनने की अधिक संभावना है।

समय रहते लोगों तक जानकारी पहुंचाने की जरूरत पर जोर दिया गया
इस मीटिंग में सबसे ज्यादा जोर इस बात पर दिया गया कि टेलीविजन, रेडियो और सोशल मीडिया समेत सभी प्लेटफॉर्म्स पर समय रहते जरूरी जानकारी कैसे दी जाएगी। खासतौर पर क्षेत्रीय भाषाओं में लोगों को जागरूक करने वाली जानकारी कैसे प्रसारित की जाएगी।

इस आधिकारिक बयान में ये भी कहा गया कि क्योंकि 2024 में पहले के मुकाबले अधिक गर्मी पड़ने की आशंका है, इसलिए स्वास्थ्य मंत्रालय और NDMA की तरफ से जारी की जाने वाली एडवाइजरी को क्षेत्रीय भाषाओं में भी ट्रांसलेट किया जाए और ज्यादा से ज्यादा फैलाया जाए।

पीएम ने अस्पताल में तैयारियों की समीक्षा की
उन्होंने हॉस्पिटल्स में तैयारी और जागरूकता पर जोर दिया। हेल्थ सेक्टर में तैयारियों की समीक्षा के तहत आवश्यक दवाओं, इंट्रावीनस तरल, आइस पैक, ओआरएस और पीने के पानी की उपलब्धता चेक की गई। इसके साथ पीएम ने जंगलों में लगने वाली आग का तुरंत पता लगाने और उसे जल्द से जल्द बुझाने की जरूरत को भी हाईलाइट किया।

अप्रेल से जून के बीच अत्यधिक गर्मी पड़ने की आशंका
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने हाल ही में बताया था कि अप्रैल से जून के दौरान भारत में अत्यधिक गर्मी पड़ सकती है। केंद्रीय और पश्चिमी प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में हालात सबसे बुरे हो सकते हैं। इसी बीच देश अप्रैल 19 से सात-चरणीय सामान्य चुनाव के लिए तैयार हो रहा है।

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वेदर एजेंसी स्काईमेट ने 9 अप्रैल को बताया कि इस बार मानसून सामान्य रहेगा। यानी जून से सितंबर तक 4 महीने में औसत या सामान्य बारिश होगी। मौसम विभाग (IMD) 96 से 104 फीसदी के बीच बारिश को औसत या सामान्य मानता है। यह फसलों के लिए अच्छा संकेत है।

मानसून आमतौर पर 1 जून के आसपास केरल के रास्ते आता है। 4 महीने की बरसात के बाद यानी सितंबर के अंत में राजस्थान के रास्ते मानसून की वापसी होती है। हालांकि IMD ने इस साल के लिए मानसून की भविष्यवाणी अब तक जारी नहीं की है। एजेंसी मई में इसे जारी कर सकती है। पूरी खबर यहां पढ़ें…