बांग्लादेशी युवक ने दिल्ली-कोलकाता फ्लाइट में बम की धमकी दी: साले को आने से रोकना चाहता था, ताकि अमेरिका से PhD के झूठ का पर्दाफाश न हो

कोलकाता9 मिनट पहले

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कोलकाता के रहने वाले एक बांग्लादेशी नागरिक ने अपने झूठ से पर्दाफाश होने से बचाने के लिए फ्लाइट में बम की झूठी खबर दी। यह शख्स नहीं चाहता था कि उसकी पत्नी का भाई, यानी उसका साला दिल्ली से कोलकाता आए, इसलिए शख्स ने दिल्ली एयरपोर्ट के ड्यूटी मैनेजर को एक मेल भेजकर कहा कि स्पाइसजेट की फ्लाइट में एक पैसेंजर के पास बम है।

इसके बाद गाइडलाइन के मुताबिक, दिल्ली एयरपोर्ट पर इमरजेंसी घोषित कर दी गई। स्पाइसजेट की उस फ्लाइट की अच्छे से पड़ताल की गई, जिसमें सामने आया कि बम की सूचना गलत थी। घटना 27 फरवरी की थी, जिसकी छानबीन के बाद पुलिस ने आरोपी को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया।

जब उससे बम की झूठी खबर देने का कारण पूछा गया तो उसने बताया कि उसने अमेरिका से PhD करने का झूठ बोलकर शादी की थी, अगर साला आ जाता तो उसका राज खुल जाता। इसलिए उसने फ्लाइट में बम की गलत जानकारी दी। आरोपी की पहचान 29 साल के मोहम्मद नजरूल इस्लाम के तौर पर हुई है।

पंजाब की यूनिवर्सिटी में लड़की से दोस्ती की, झूठ बोलकर शादी की
नजरूल इस्लाम ने पुलिस को बताया कि वह बांग्लादेशी नागरिक है और उसने पंजाब की एक यूनिवर्सिटी से एक कोर्स किया था। वहां उसकी दोस्ती सोनिया नाम की लड़की से हुई। पढ़ाई पूरी करके नजरूल अपने घर वापस आ गया, लेकिन 2020 में सोशल मीडिया के जरिए सोनिया से जुड़ा।

उसने झूठ कहा कि वह अमेरिका से PhD कर रहा है और उसे वीजा मिल चुका है। दोनों ने अप्रैल 2023 में शादी कर ली, लेकिन धीरे-धीरे सोनिया के मन में नजरूल को लेकर शक आने लगा। उसने नजरूल से कहा कि उसे अमेरिका ले चले, लेकिन वह बार-बार ये कहकर उसे टालता रहा कि वह किसान आंदोलन की वजह से कोलकाता में फंसा हुआ है।

इसके बाद सोनिया ने अपने भाई अरमदीप को नजरूल के पास कोलकाता भेजा। अमरदीप को कोलकाता आने से रोकने के लिए ही नजरूल ने फर्जी मेल भेजा। नजरूल ने पुलिस को ये भी बताया कि बांग्लादेश में उस पर 50 लाख रुपए का कर्ज हो गया है और कर्जदारों से बचने के लिए वह भारत में रह रहा है।

ऐसे आरोपी तक पहुंची पुलिस
फ्लाइट में बम की जानकारी मिलने के बाद दिल्ली पुलिस के पास शिकायत दर्ज की गई और IPC की संबंधित धाराओं में केस दर्ज किए गए। जब पुलिस ने मेल भेजने वाले का ईमेल आईडी ट्रैक किया, तो पता चला कि उस आईडी को मेल भेजने से एक घंटे पहले ही बनाया गया था। पुलिस ने ईमेल का सोर्स ट्रेस किया तो वह कोलकाता के एक होटल में लगे वाई-फाई का निकला। पूछताछ पर पता चला कि मेल भेजे जाने के समय होटल में 40 गेस्ट मौजूद थे।

सभी गेस्ट ने होटल के वाईफाई का इस्तेमाल किया था और तकरीबन सभी बांग्लादेशी थे। पुलिस ने हर एक गेस्ट से पूछताछ की, जिसमें पता चला कि अमरदीप कुमार नाम का एक शख्स अपने जीजा से मिलने के लिए होटल आया था। यह शख्स उसी फ्लाइट से आया था, जिसमें बम होने की झूठी खबर दी गई थी। अमरदीप कुमार ने पुलिस को बताया कि वह अपने जीजा नजरूल इस्लाम से मिलने आया था, जो कि एक महीने से इस होटल में रह रहा था।

इसके बाद दिल्ली पुलिस ने कोलकाता साइबर पुलिस और STF की एक टीम के साथ मिलकर जांच की, जिसमें कंफर्म हुआ कि नजरूल इस्लाम के फोन से ही ये मेल भेजा गया था।