रैपिडएक्स ट्रेन का नाम नमो भारत करने पर विवाद: कांग्रेस ने बोली- उनकी आत्म-मुग्धता की कोई सीमा नहीं

नई दिल्लीएक घंटा पहले

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साहिबाबाद स्टेशन से दुहाई डिपो के बीच दौड़ती रैपिडएक्स ट्रेन के ट्रायल रन की तस्वीर। इसका उद्घाटन 20 अक्टूबर को पीएम मोदी करेंगे। - Dainik Bhaskar

साहिबाबाद स्टेशन से दुहाई डिपो के बीच दौड़ती रैपिडएक्स ट्रेन के ट्रायल रन की तस्वीर। इसका उद्घाटन 20 अक्टूबर को पीएम मोदी करेंगे।

PM नरेंद्र मोदी शुक्रवार (20 अक्टूबर) को देश के पहले दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन के एक दिन बाद यह 21 अक्टूबर को यह यात्रियों के लिए भी खुल जाएगा। PM मोदी गाजियाबाद के साहिबाबाद स्टेशन पर देश की पहली सेमी हाईस्पीड रैपिडएक्स ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योदी आदित्यनाथ समेत कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहेंगे।

न्यूज एजेंसी PTI ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को जिन रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) की ट्रेनों का उद्घाटन करेंगे, उन्हें नमो भारत के नाम से जाना जाएगा।

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर कसा तंज
कांग्रेस नेताओं ने रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) का नाम नमो भारत रखने को लेकर PM मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस नेताओं ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट में लिखा – उनकी आत्म-मुग्धता की कोई सीमा नहीं।

कांग्रेस नेताओं ने RRTS ट्रेनों का नाम नमो भारत रखने को लेकर PM मोदी पर तंज कसा है।

कांग्रेस नेताओं ने RRTS ट्रेनों का नाम नमो भारत रखने को लेकर PM मोदी पर तंज कसा है।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने X (ट्विटर) पर पोस्ट में लिखा, नमो स्टेडियम के बाद अब नमो ट्रेन। उनकी आत्म-मुग्धता की कोई सीमा नहीं है।

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने X (ट्विटर) पर पोस्ट में कहा कहा कि, भारत नाम भी क्यों रखा जाए? बस देश का नाम बदलकर नमो कर दीजिए और यहीं काम खत्म हो जाएगा।

रैपिडएक्स ट्रेन क्यों है खास
रैपिडएक्स ट्रेन को 180 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से डिजाइन किया गया है, लेकिन ये औसत 160 की स्पीड से दौड़ेगी। दावा है कि ये ट्रेन देश में अब तक सबसे तेज स्पीड से दौड़ने वाली ट्रेन होगी। क्योंकि जन शताब्दी और राजधानी ट्रेनों की औसत स्पीड 130-140 KMPS के आसपास रहती है।

8 मार्च 2019 को पीएम मोदी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का भूमिपूजन किया था। साहिबाबाद और दुहाई डिपो के बीच कॉरिडोर में पांच स्टेशन हैं – साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो।

RRTS एक नया रेल-आधारित, सेमी-हाई-स्पीड, हाई-फ्रीक्वेंसी कम्प्यूटर ट्रांजिट सिस्टम है।

RRTS एक नया रेल-आधारित, सेमी-हाई-स्पीड, हाई-फ्रीक्वेंसी कम्प्यूटर ट्रांजिट सिस्टम है।

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने बुधवार को एक बयान में कहा था कि नए विश्व स्तरीय परिवहन और देश में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बदलने के मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप RRTS प्रोजेक्ट डेवलप किया गया है। RRTS एक नया रेल-आधारित, सेमी-हाई-स्पीड, हाई-फ्रीक्वेंसी कम्प्यूटर ट्रांजिट सिस्टम है।

PMO ने कहा था कि यह बड़ा बदलाव करने वाली क्षेत्रीय विकास पहल है। इसके तहत हर 15 मिनट में इंटरसिटी ट्रैवल के लिए हाई-स्पीड ट्रेनें मिलेंगी। ये ट्रेनें जरूरत के अनुसार हर पांच मिनट की फ्रिक्वेंसी पर उपलब्ध होंगी।

PMO ने कहा था कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर 30 हजार करोड़ रुपए से अधिक की लागत आई है। यह गाजियाबाद, मुरादनगर और मोदीनगर के शहरी केंद्रों के माध्यम से एक घंटे से भी कम समय में दिल्ली को मेरठ से जोड़ेगा।

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PM ने शेयर की देश की हाई-स्पीड ट्रेन की तस्वीरें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को गाजियाबाद के साहिबाबाद स्टेशन पर देश की पहली सेमी हाईस्पीड रैपिडएक्स ट्रेन का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम से 1 दिन पहले PM मोदी ने फेसबुक पर देश की पहली रीजनल रैपिड रेल की तस्वीरें शेयर कीं। लिखा- ‘दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और यात्रियों की सुविधा में बदलाव लाने के लिए तैयार है। प्रभावशाली तस्वीरों पर एक नजर डालें।’ पूरी खबर पढ़ें…

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