लखनऊ29 मिनट पहलेलेखक: श्याम द्विवेदी
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“मेरे घर में बचपन से पुलिस का माहौल था। पिता जी IPS थे, तो मुझे भी वर्दी पहनने का शौक शुरू से ही हो गया था। जिंदगी में अपने पिता जी के आदर्शों को फॉलो किया। बड़े अधिकारी होने के बावजूद उन्होंने कभी हमें लग्जरी लाइफ की फीलिंग नहीं होने दी। आम आदमी की तरह जीवन जीना सिखाया और यही वजह थी कि हम लोग हमेशा जमीन से जुड़े रहे।
IPS बनने के बाद भी मैं लोगों और अपनी जड़ों से उतना ही जुड़ा