CJI चंद्रचूड़ आज CBI रेजिंग डे कार्यक्रम में शामिल होंगे: अफसरों को मेडल्स भी देंगे; 1 अप्रैल 1963 को जांच एजेंसी की स्थापना हुई थी

नई दिल्ली7 मिनट पहले

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CJI डीवाई चंद्रचूड़ 9 नवंबर 2022 को भारत के मुख्य न्यायाधीश बने थे। वे 10 नवंबर 2024 को रिटायर होंगे। चीफ जस्टिस अपनी टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं। - Dainik Bhaskar

CJI डीवाई चंद्रचूड़ 9 नवंबर 2022 को भारत के मुख्य न्यायाधीश बने थे। वे 10 नवंबर 2024 को रिटायर होंगे। चीफ जस्टिस अपनी टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं।

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ आज CBI रेजिंग डे कार्यक्रम में शामिल देंगे। इस मौके पर आयोजित 20वें डीपी कोहली मेमोरियल लेक्चर में चीफ जस्टिस भाषण भी देंगे। कार्यक्रम नई दिल्ली के भारत मंडपम में होना है।

चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ विशिष्ट सेवाओं के लिए प्रेसिडेंट पुलिस मेडल्स (PPM) और मेरिटोरियस सर्विस के CBI अफसरों को पुलिस मेडल देंगे।

डीपी कोहली CBI के फाउंडर डायरेक्टर थे
डीपी कोहली CBI के पहले डायरेक्टर थे। धरमनाथ प्रसाद कोहली 1907 में यूपी में पैदा हुए थे। 1931 में उन्होंने पुलिस सर्विस जॉइन की। कोहली ने यूपी, मध्य भारत और भारत सरकार में सेवाएं दीं।

1955 में कोहली दिल्ली स्पेशल पुलिस स्टेबिशमेंट (DSPE) के प्रमुख बनाए गए। इसका मकसद लोक सेवा में बढ़ते भ्रष्टाचार पर रोक लगाना था। 1 अप्रैल 1963 को वे CBI के संस्थापक निदेशक बने। कोहली 1968 तक CBI के डायरेक्टर रहे।

साल 2000 से CBI लगातार डीपी कोहली मेमोरियल लेक्चर का आयोजन कर रही है। इसमें विभिन्न क्षेत्रों के जाने-माने लोगों को स्पीच देने के लिए बुलाया जाता है। इसमें शामिल लोग मौजूदा चैलेंजेज, लॉ एन्फोर्समेंट, क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम और क्रिमिनल इंवेस्टीगेशन जैसे विषयों पर अपनी बात रखते हैं।

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CJI डीवाई चंद्रचूड़ को 600 से ज्यादा वरिष्ठ वकीलों के लिखे पत्र पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने 28 मार्च को कहा, ‘दूसरों को डराना धमकाना कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है। करीब 50 साल पहले उन्होंने प्रतिबद्ध न्यायपालिका की बात कही थी।’

पीएम मोदी ने कहा कि वे बेशर्मी से अपने स्वार्थों के लिए दूसरों से प्रतिबद्धता चाहते हैं, लेकिन राष्ट्र के प्रति किसी भी प्रतिबद्धता से बचते हैं। कोई आश्चर्य नहीं कि 140 करोड़ भारतीय उन्हें अस्वीकार कर रहे हैं।दरअसल, देश के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे समेत 600 से ज्यादा वरिष्ठ वकीलों ने CJI डीवाई चंद्रचूड़ को चिट्ठी लिखी है। इसमें कहा गया है कि न्यायपालिका खतरे में है और इसे राजनीतिक और व्यवसायिक दबाव से बचाना होगा पूरी खबर पढ़ें…

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