क्या मणिपुर में भाजपा नेता पर हुआ हमला: लोगों की भीड़ ने BJP समर्थकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा; जानिए वायरल VIDEO का सच

1 घंटे पहले

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सोशल मीडिया पर मणिपुर में भाजपा नेता की पिटाई के नाम से एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जनता के बीच पहुंचे भाजपा नेताओं को लोगों की भीड़ ने पीट-पीटकर दौड़ाया। इस वीडियो को एक्स पर कई वेरिफाइड और नॉन वेरिफाइड यूजर्स ने शेयर किया।

  • पत्रकार संदीप चौधरी के पैरोडी अकाउंट ने वीडियो शेयर कर लिखा- क्या ये वीडियो मणिपुर का है, जहां बीजेपी नेता की जोरदार कुटाई कर दी गई। (अर्काइव)

पैरोडी अकाउंट के शेयर किए वीडियो को अब तक 4 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। पोस्ट को 14 हजार से ज्यादा लाइक और 4 हजार से ज्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं।

जीशान खान नाम के यूजर ने वीडियो शेयर कर लिखा- मणिपुर में भाजपा का स्वागत कुछ इस तरह।

अमरेंद्र पटेल नाम के वेरिफाइड यूजर ने लिखा- 2024, BJP 400 पार लेकिन जनता तो भाजपा का स्वागत ऐसे कर रही है।

एक अन्य वेरिफाइड यूजर ने भी इसी दावे और कैप्शन के साथ वीडियो शेयर किया।

वायरल वीडियो का सच…

वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसके की-फ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च किया। सर्च करने पर हमें यह वीडियो जानकारी के साथ NYOOOZ TV नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला।

चैनल के मुताबिक, 5 अक्टूबर 2017 का यह वीडियो दार्जिलिंग का है। जहां पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (GNLF) समर्थकों ने विरोध करते हुए किया। वहीं, यह वीडियो भी चैनल पर 5 अक्टूबर 2017 को अपलोड हुआ था।

यूट्यूब चैनल पर मौजूद वीडियो का स्क्रीनशॉट।

यूट्यूब चैनल पर मौजूद वीडियो का स्क्रीनशॉट।

पड़ताल के दौरान हमें नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर इस मामले से जुड़ी खबर भी मिली। खबर का लिंक…

वेबसाइट पर मौजूद खबर का स्क्रीनशॉट।

वेबसाइट पर मौजूद खबर का स्क्रीनशॉट।

वेबसाइट के मुताबिक, 5अक्टूबर 2017 को पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष पर दार्जिलिंग में हमला हुआ था। दार्जिलिंग में अज्ञात युवकों ने उनके सामने कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं की पिटाई की थी। आरोप था कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के बागी नेता बिनय तमांग के समर्थकों ने इस घटना को अंजाम दिया था।

बीजेपी का कहना था कि तमांग के समर्थकों ने उनके दो कार्यकर्ताओं को बुरी तरह पीटा। दिलीप घोष ने इस घटना के बारे में बताया था कि यह पहले से नियोजित हमला था। अपने कार्यकर्ताओं को बचाने के दौरान मुझ पर हमला हुआ। वह जख्मी थे। मुझे भी इस दौरान हमलावरों ने धक्का दिया। वहीं, यह खबर भी वेबसाइट पर 5 अक्टूबर 2017 को पब्लिश हुई थी।

साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है। 6 साल पुराना यह वीडियो दार्जिलिंग का है, जहां भाजपा नेता दिलीप घोष और भाजपा के अन्य समर्थकों पर अज्ञात लोगों ने हमला किया था।

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