ADCP और ड्रग आरोपी एक टेबल पर शराब के साथ: अमृतसर में तैनात धालीवाल और आर्म्स एक्ट आरोपी कमल बोरी की साथ में फोटो

अमृतसरएक मिनट पहले

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पंजाब के अमृतसर में बीते दिनों आर्म्स-NDPS मामलों के आरोपी के साथ पार्टी में गाते दिखे पुलिस अधिकारियों पर डीजीपी पंजाब ने एक्शन लिया है। डीजीपी गौरव यादव ने देर शाम अमृतसर के 5 SHO को मलेरकोटला व मानसा ट्रांसफर कर दिया है। वहीं अब एडीसीपी रैंक के अधिकारी के साथ बैठे हुए की तस्वीर सामने आयी है। खास बात है कि टेबल पर शराब भी रखी है।

गौरतलब है कि अमृतसर के इंस्पेक्टर गुरविंदर सिंह, नीरज कुमार, गगनदीप सिंह, धर्मिंदर और हरिंदर सिंह को बीते दिनों लाइन हाजिर कर दिया गया था। वहीं, देर शाम डीजीपी गौरव यादव के इन सभी इंस्पेक्टरों के दूसरे जिले में ट्रांसफर के भी आदेश आ गए।

गुरविंदर सिंह, नीरज कुमार और गगनदीप सिंह को पटियाला रेंज के मलेरकोटला और धर्मेंद्र व हरिंदर सिंह को बठिंडा रेंज में मानसा भेज दिया गया है।

NDPS मामलों के आरोपी कमल बोरी के साथ दो डीएसपी रैंक के अधिकारी।

NDPS मामलों के आरोपी कमल बोरी के साथ दो डीएसपी रैंक के अधिकारी।

वहीं, अब एडीसीपी डिटेक्टिव हरजीत सिंह धालीवाल के साथ तस्वीर वायरल हुई है। धालीवाल के बिल्कुल साथ लाल रंग में NDPS एक्ट का आरोपी कमल बोरी बैठा हुआ है। इस टेबल पर सामने दो बोतलें शराब की भी रखी हैं। धालीवाल के साथ एसएचओ नीरज कुमार भी बैठे हैं, जिनका डीजीपी ने बीती शाम ही ट्रांसफर किया है।

वहीं, अब कमल बोरी के खिलाफ एक और मामला थाना कंटोनमेंट में दर्ज किया गया है। जिसमें उस पर एक युवक को किडनैप कर मारपीट करने के आरोप लगे हैं। इस दौरान बोरी ने अपनी पिस्टल के साथ आरोपी के सिर पर बट भी मारा। अब बोरी के खिलाफ थाना कंटोनमेंट में 342,506,148,149 IPC 25 A ACT के तहत मामला दर्ज किया गया है।

इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को दूसरे जिलों में भेजने के ऑर्डर।

इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को दूसरे जिलों में भेजने के ऑर्डर।

गैंगस्टर जग्गू के साथ भी नामजद है कमल बोरी
जिस कमल बोरी के साथ 5 इंस्पेक्टर व दो डीएसपी रैंक के अधिकारियों की वीडियो वायरल हुईं थी, उसके खिलाफ दर्ज आर्म्स एक्ट मामलों में अभी भी कोर्ट में सुनवाई चल रही है। मामलों की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बोरी के खिलाफ SSOC में दर्ज FIR 18 जो 2014 में दर्ज हुई, में गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया का नाम भी शामिल है।

इसके अलावा आरोपी सट्‌टेबाजारी, आर्म्स एक्ट, NDPS, हत्या प्रयास आदि मामलों में पहले भी कई बार नामजद हो चुका है। इनमें से भी कई मामलों में वह बरी हो चुका है और कई अभी भी विचाराधीन हैं।

वाल्मीकि समाज आया समर्थन में
दूसरे जिलों में ट्रांसफर किए गए इंस्पेक्टरों के हक में पावन वाल्मीकि एक्शन कमेटी उतर आई है। उन्होंने कई विचाराधीन मामलों के आरोपी कमल बोरी को समाजसेवक बताया है। कमेटी के चेयरमैन कुमार दर्शन और प्रधान शशि गिल ने बताया कि यह एक निजी पार्टी थी, जिसे कुमार दर्शन ने ऑर्गेनाइज किया था।

उनका कहना है कि कमल बोरी पर अतीत में कुछ एक मामले रहे होंगे, लेकिन वह उसमें बरी है। यह कार्यक्रम सामाजिक और साधारण था। उनके समाज का कार्यक्रम अच्छी जगह पर होना लोग को रास नहीं आ रहा। इसे राजनीतिक रूप दिया जा रहा है।

उन्होंने इन वीडियो को वायरल करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग रखी है, अन्यथा वे पूरे पंजाब में आंदोलन करेंगे। मौके पर पहुंचे एडवोकेट रणजीत सिंह शेरगिल ने कहा कि वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ अदालत में मानहानि का दावा किया जाएगा।

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